सोमवार, 30 अक्तूबर 2023

जीवन परिचय ****************(1 )रचनाकार का नाम:-मोहन लाल वर्मा(2)पिता का नामः- श्री मुकुत राम वर्मा(3)माता का नाम:श्रीमती सुमित्रा वर्मा(4)जन्म तिथीः- 20/07/1981(5)शिक्षा:- एम.एस.सी.(गणित),डी.एड.(6)सम्प्रतिः-उच्च वर्ग शिक्षक (प्रभारी प्रधान पाठक), शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मुड़पार वि.खं.सिमगा, जिला- बलौदाबाजार- भाटापारा (छत्तीसगढ़)(7)अन्य:-विभिन्न काव्यमंचो में काव्य पाठ, मंच संचालन, समाज-सेवा । (8)लेखन विधा :- गीत, गजल, कविता, मुक्तक, व छंद लेखन ।(9)लेखन भाषाः- हिन्दी व छत्तीसगढ़ी ।(10)प्रकाशित कृतियाँ:- विभिन्न साझा संकलनों में रचनाएँ प्रकाशित । (11)प्राप्त सम्मान/ प्रशस्ति पत्र:- आँचलिक कवि सम्मान- 2007, काव्य श्री सम्मान- 2012 , अखण्ड नवधा रामायण समारोह अल्दा मंच संचालक प्रशस्ति पत्र 2015, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रशस्ति पत्र 2013-14 शिक्षक रत्न अवार्ड-2015 (भा.द.सा. अकादमी धमतरी) , मनवा कुर्मी गौरव सम्मान- 2015, रक्तदाता सम्मान - 2016, प्रान्तीय छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मान- 2017, छंद के छ राज्य स्तरीय सम्मेलन सम्मान पत्र 2018, गुरु घासीदास जयंती काव्य लेखन प्रतियोगिता खरसिया सम्मान पत्र 2018 ,रामायण समारोह मुड़पार प्रशस्ति पत्र 2018, छ.ग. कलमकार मंच द्वारा प्रशस्ति पत्र 2018, कवि सम्मेलन नवापारा सम्मान पत्र 2019,छंद के छ राज्य स्तरीय सम्मेलन सम्मान पत्र 2019, छ.ग. एक्सप्रेस साहित्य गौरव सम्मान -2019, राष्ट्रीय कवि चौपाल मनीषी सम्मान-2019,वीणापाणि सम्मान2020, हिन्दी विद्या रत्न भारती सम्मान 2020,साहित्य भूषण सम्मान 2021, राष्ट्रीय कवि संगम (जिला इकाई बलौदाबाजार) द्वारा सम्मान-2021 ,वक्ता मंच - श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान- 2021, राष्ट्रीय कवि संगम (छ.ग. प्रांत इकाई) द्वारा सम्मान-2021,श्रीराम सम्मान 2023, डॉ.भीमराव अम्बेडकर राष्ट्र गौरव सम्मान- 2023,भारत माता अभिनंदन सम्मान 2023, ऑफिशियल वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा सम्मान पत्र 2023, शिकसा दूत सम्मान 2023 ( शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़), नारी संरक्षक सम्मान 2023, शिकसा शिक्षक सम्मान 2023.(12):-पूर्ण पताः- ग्राम-अल्दा, पो.आ.- तुलसी (मानपुर), व्हाया- हिरमी, तहसील- तिल्दा, जिला-रायपुर (छत्तीसगढ़) भारत, पिन -493195 मोबाइल नम्बर:- 9617247078 (व्हाट्स अप नं.)9340183624

बुधवार, 17 जून 2020

रोला छंद- श्री मोहन लाल वर्मा (1) *मजदूर* कतको बड़े पहाड़, टोरके सड़क बनाथँव ।महल-अटारी रोज, घलो मँय हा सिरजाथँव ।जिनगी के आनंद, मेहनत करके पाथँव ।कहलाथँव मजदूर, आरती श्रम के गाथँव ।।(2) *विनती*विनती हे भगवान, जनम लेके अब आजा।बढ़गे कलजुग पाप, दरश अपने दिखलाजा ।कइसे बचही जीव, रात-दिन संसो होथे।देख जगत के हाल, मोर अंतस बड़ रोथे ।।(3) *सग्यान बेटा-बेटी*दरपन मा मुख देख, देख के खुदे लजावँय ।आगू-पाछू रेंग, रेंग हाँसँय मुसकावँय ।काम-बुता ला छोड़, सजावँय सपना-पेटी ।होगे अब सग्यान, समझ जव बेटा-बेटी ।।बर बिहाव के गोठ, चलय जब घर मा भइया ।सुनँय सपट दे कान, करँय बड़ हड़बिड़ हइया।सुतँय नहीं भर नींद, रात मा जागत रहिथें।करदव मोर बिहाव, बतावव का उन कहिथें ।।बढ़िया दव संस्कार, सीख अब लइकामन ला।राखव बने सहेज, अपन कोरा के धन ला।पिँवरा करदव हाथ, देखके सुग्घर जोड़ी ।रहि जावय कुल मान, भले हो लागा- बोड़ी ।।बिगड़त हें औलाद, देखलव सरी जमाना ।पड़य कभू झन फेर, मूँड़ धरके पछताना ।मत छोड़व एकाँत , संग मा रहिके जानव।का हे उँकर सोच, भावना ला पहिचानव ।।समय-समय के बात, समय मा नीक सुहाथे ।आथे जभे बसंत, तभे आमा मउँराथे ।सोचव आज सियान, बात ला गुनलव-धरलव ।बाढ़य कुल मरजाद, काम गा अइसन करलव ।।(4) *मचही हाहाकार*मास जेठ-बैसाख, घाम हा चट ले जरही ।कतको जीव पियास, बाट मा लफलफ मरही ।मचही हाहाकार, बिना पानी के जग मा।अउ होही विकराल, समस्या आगू पग मा ।।(5) *अपन बिसाये दुख* मनखे मन हा आज, करत हावँय नादानी ।धरती माँ के चीर, करेजा चानी- चानी ।रुखराई ला काट, गवाँवत हावँय सुख ला।खुद बर अपने हाथ, बिसावत हावँय दुख ला।।(6) *मोबाइल उपयोग* मोबाइल उपयोग, बाढ़गे हावय अड़बड़ ।कतको होथे सेट, मामला कतको गड़बड़ ।बिखरत हे परिवार, बाढ़गे खर्चा घर-घर ।अउ का होही हाल, सोंच के देखव छिन भर ।।(7) *मनोरंजन अउ संदेश* फिल्मी गा संसार, मनोरंजन करवाथें ।कतको मनखे देख, सही वोला पतियाथें ।सबो सीन के अंत, छिपे संदेशा रहिथे ।सही-गलत पहिचान, करव तुम मोहन कहिथे ।।छंदकार- मोहन लाल वर्मा पता- ग्राम-अल्दा, पो.आ.-तुलसी (मानपुर), व्हाया- हिरमी, तहसील - तिल्दा,जिला-रायपुर (छत्तीसगढ़)पिन-493195मोबा.9617247078

शनिवार, 5 मई 2018

सच्ची बात

"जिंदगी की किताब" में,धैर्य के कवर का होना बहुत जरूरी है...क्योंकि बांध के रखता है वो हर पृष्ठ को,,,,

समभाव  रखे--------

सोमवार, 28 अगस्त 2017

आयोजन विचार

दिनाँक 09 जून 2017 के भिलाई मा ऐतिहासिक छंदकार सम्मेलन आयोजित होय रहिस हे।
वइसने अउ अँचल मा छंदकार सम्मेलन वि.ख.भाटापारा जिला बलौदाबाजार मा रखे के विचार चलत हे।

शुभकामना।

बुधवार, 23 अगस्त 2017

अंतस ले आभार

छंद के छ परिवार छत्तीसगढ़ के महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ला पोठ करे बर अपन परिवार के मुखिया गुरुदेव श्री अरुण कुमार निगम जी के आशिर्वाद अउ मार्गदर्शन मा जम्मो साधक मन उत्कृष्ट छंद बद्ध रचना करत हें।छंद खजाना ब्लाग मा गुरुदेव हा अभी अपन अउ कुछ साधक मन के लिखे दोहा छंद ला पोस्ट करे हें।कुछ समय के बाद अउ साधक मन के रचना हा घलो पोस्ट होही।हमर भारत देश के अलावा कई ठन देश मा उन रचना मन ला सराहना मिलत हे ।लाइक करे जात हे।ये सबो हा हमर गुरुदेव श्री निगम जी के अथक प्रयास अउ साहित्य के प्रति समर्पण के सुखद परिणाम आय।
         गुरुदेव ला सादर नमन अउ सराहना बर आप सबो ला साधुवाद।
               आभार ।   प्रणाम।